जिस देश का कण-कण सोना हो, जिस देश की नारी देवी हो,
जहां भाई-भाई में प्रेम है, भाईचारे का नेम है,
जहां नभ से भू का नाता है, जहां धरा हमारी माता है,
जहां सत्य धर्म मन भाता है, उस देश को भारत कहते हैं।
“उस धरती पे मैने जनम लिया, ये सोच के मैं इतराता हूँ,
भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ…!